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चलो खुशियाँ बाँटे

यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें अपने आस-पास के सभी लोगों को खुश रखना चाहिए।

चलो खुशियाँ बाँटे

Story



चीकू खरगोश आज बहुत दुखी था। एक हफ्ते से उसने जो गाजर इकट्ठा किए थे वो कीड़े लगने के कारण खराब हो गए। चीकू से मिलने उसकी दोस्त मिनी चुहिया, उसके घर आई।


चीकू ने सारी बात मिनी को बताई। मिनी उसे जंगल के बहार एक खेत में ले गई जहाँ चीकू को ढेर सारे गाजर मिले। चीकू अब खुश था और चीकू उसकी खुशी देखकर मिनी भी बहुत खुश हुई।


चीकू गाजर लेकर उछलते-कूदते जंगल वापस जा रहा था तभी उसने किसी को दर्द से कराहते हुए सुना। यह आवाज़ पास खड़े आम के पेड़ से आ रही थी। चीकू ने पेड़ से उसके दर्द का कारण पूछा।


पेड़ बोला, “इन फलों के बोझ से मेरा तना झुका जा रहा है और मुझे बहुत दर्द हो रहा है।”


चीकू दौड़कर गया और गोलू हाथी को बुला लाया। गोलू हाथी ने अपने सूंढ़ से पेड़ के कई आम गिरा दिए।


पेड़ को बहुत राहत मिली और उसने गोलू को धन्यवाद कहा। पेड़ को खुश देख, चीकू और गोलू भी बहुत खुश हुए। उन दोनों ने आपस में आधे-आधे आम बाँट लिए।


गोलू हाथी, आम अपने सूंढ़ में पकड़कर अपने घर की तरफ चल दिया। रास्ते में उसे कुछ गरीब बच्चे दिखे जो कई दिनों से भूखे थे और खाना मांग रहे थे। गोलू ने अपने सारे आम उन बच्चों को दे दिए। बच्चों ने मज़े से आम खाए। गोलू हाथी उन्हें खुश और संतुष्ट देख बहुत खुश हुआ। इतनी खुशी उसे कभी भी महसूस नहीं हुई थी।


प्यारे बच्चों, जब हम दूसरों को खुश करने की कोशिश करते हैं तो हमारी खुशी भी बढ़ जाती है। इसलिए हमें अपने आसपास सबको खुश रखने की कोशिश करनी चाहिए।

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स्रोत: जीवन-मुक्ति-विवेक

इस बात को जीवन-मुक्ति-विवेक के इस श्लोक से समझें जिसे विद्यारण्य ने लिखा है।


सर्वेऽत्र सुखिनः सन्तु

सर्वे सन्तु निरामयाः।

सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।

मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्॥

ॐ शान्तिः ! शान्तिः ! शान्तिः॥


सब सुखी रहें

सब स्वस्थ रहें

सब अच्छा देखें

कोई दुखी ना रहे

हमें हमेशा सबके सुख और अच्छी सेहत के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए।

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Story type: Adventure, Witty, Motivational

Age: 6+years; Class: 2+

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