गणेश चतुर्थी के संदेश (Ganesh Chaturthi Quotes in Hindi)
- myNachiketa
- 6 days ago
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गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के सम्मान में मनाई जाती है। गणेश जी को हिंदू धर्म में सर्वप्रथम पूजनीय देवता माना जाता है। वे बुद्धि, चतुराई और करुणा के प्रतीक हैं, इसलिए उन्हें सबका प्यारा और अनेक प्रकार के गुणों वाले देवता कहा जाता है।
myNachiketa आपके लिए लाया है गणेश चतुर्थी पर बच्चों के लिए 8 सुंदर संदेश। हर संदेश हमें भगवान गणेश के गुणों को अपनाने और उनसे प्रेरणा लेने की सीख देता है।

1. संदेश
अपनी कमियों को अपनाओ और उन्हें स्वीकार कर खास बनो
भगवान गणेश जी बहुत अनोखे दिखते हैं – उनका हाथी जैसा सिर है और एक दाँत टूटा हुआ है। फिर भी लोग उन्हें बहुत मानते हैं, क्योंकि वे बुद्धिमान, समझदार और दयालू हैं। हमें भी अपनी कमियों से ऊपर उठकर अपने अच्छे गुणों को सबके सामने लाना चाहिए।

2. संदेश
मजबूत पेड़ तूफ़ान में भी नहीं गिरता, वैसे ही अपने फैसलों पर डटे रहो
बच्चों, जैसे भगवान गणेश जी ने माँ पार्वती की रक्षा करने का निश्चय किया और किसी लालच या डर से पीछे नहीं हटे, वैसे ही हमें भी साहस रखना चाहिए। हमें हर परिस्थिति में अपने वचन और अच्छे कामों पर डटे रहना चाहिए।

3. संदेश
बुद्धि का सही समय पर और सही तरीके से उपयोग करना हमें प्रशंसा और सम्मान दिलाता है।
भगवान शिव ने गणेश जी और उनके भाई कार्तिकेय से कहा कि जो पृथ्वी के तीन चक्कर लगाएगा, वही जीतेगा। कार्तिकेय अपने मोर पर बैठकर निकल पड़े। लेकिन गणेश जी ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया। उन्होंने माता-पिता के चारों ओर तीन चक्कर लगाए और कहा कि मेरे माता-पिता ही मेरी पूरी दुनिया हैं। इस तरह गणेश जी ने प्रतियोगिता जीत ली और सब उन्हें सबसे बुद्धिमान देवता मानते हैं।
बहुत लोग कहते हैं कि उनके पास बहुत ज्ञान है, लेकिन ज्ञान तभी काम आता है जब उसे सही समय पर और समझदारी से उपयोग किया जाए। जैसे, अगर आप गणित में अच्छे हैं लेकिन परीक्षा में समय पर सवाल हल नहीं कर पाए, तो आपका ज्ञान बेकार हो जाएगा।

4. संदेश
सबसे कीमती गुण जो हमारे पास हो सकती है, वह है विनम्रता।
भगवान गणेश जी ने एक बार धन के देवता कुबेर को विनम्रता और दानशीलता की सीख दी। कुबेर अपनी दौलत पर बहुत घमंड करते थे और दूसरों को छोटा दिखाते थे। लेकिन गलती समझने के बाद उन्हें गणेश जी की कृपा मिली।
बच्चों, भगवान उन्हीं से प्यार करते हैं जो विनम्र और दयालु होते हैं। इसलिए हमें भी अपने दोस्तों और आसपास के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।

5. संदेश
स्पष्ट उद्देश्य सफलता का रास्ता आसान बना देता है।
जब भगवान गणेश महर्षि वेदव्यास के कहे अनुसार महाभारत लिख रहे थे, तभी उनकी कलम टूट गई। गणेश जी इस शुभ काम को रोकना नहीं चाहते थे, इसलिए उन्होंने अपना एक दाँत तोड़ लिया और उसी से लिखना जारी रखा।
बच्चों, जब हम अच्छा काम करने का निश्चय कर लेते हैं तो कई रुकावटों के बावजूद उसे पूरा करने का रास्ता मिल ही जाता है।

6. संदेश
परिवर्तन को बेहतर बनने का अवसर मानो।
गणेश चतुर्थी बदलाव और नए शुरुआत का त्योहार है। हमें अच्छे बदलावों को अपनाना चाहिए और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। कोई नया खेल, कला या भाषा सीखना हमारे गुण बढ़ाता है और हमें आगे बढ़ने में मदद करता है।

7. संदेश
जो माफ़ कर सकता है, वही सबसे शक्तिशाली होता है
दूसरों की गलतियों को माफ़ करने के लिए हमें पहले अपने अहंकार पर जीत पानी होती है। भगवान गणेश जी ने अपनी महानता दिखाते हुए चंद्रमा को माफ़ कर दिया, जब उसने उनका मज़ाक उड़ाया था। इस घटना से सबको यह सीख मिली कि माफ़ करना एक बहुत बड़ा गुण है।
बच्चों, अपने दोस्तों की गलतियों को माफ़ करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इससे हमें भी खुशी मिलती है और उन्हें भी।

8. संदेश
संतोष करने से मन को शांति और खुशी मिलती है।
दुनिया से हमें चाहे कितना भी मिल जाए, अगर हम अंदर से खुश नहीं हैं तो हमें खुशी नहीं मिल सकती। भगवान गणेश हमें सिखाते हैं कि जो थोड़ा हमारे पास है, उसी में खुश रहना चाहिए। एक बार उन्होंने भक्त द्वारा दी गई सिर्फ़ एक चम्मच खीर से ही संतोष कर लिया।
हमें भी भगवान से मिली चीज़ों में खुश और संतुष्ट रहना चाहिए, बार-बार और ज़्यादा माँगना ठीक नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि हमें मेहनत नहीं करनी चाहिए। हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि हम खुद को और बेहतर बनाएँ।

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