Free Shipping On Shopping Above ₹600 | Pan India Delivery Guaranteed In 5-6 Days
अक्का महादेवी
यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची भक्ति में वो शक्ति होती है जिससे हम बड़ी से बड़ी मुश्किल पार कर के भगवान को पा सकते हैं।

Story
अक्का महादेवी एक महान कवयित्री और भगवान शिव की एक सच्ची भक्त थीं। उ नका जन्म कर्नाटक के उदूतड़ी गाँव में हुआ था। उनके माता-पिता शिव के भक्त थे, इसी कारण बचपन से ही महादेवी भी शिव की भक्ति करती थी।
भगवान शिव के कई नाम और रूप हैं, और महादेवी उनके मल्लिकार्जुन रूप की पूजा करती थीं। उन्होंने कन्नड़ भाषा में भगवान शिव पर कई कविताएँ लिखी हैं। उनकी कविताओं को वचन कहा जाता था।
ऐसा माना जाता है कि महादेवी का विवाह एक राजा से हुआ था और जब उन्होंने अपने पति से अपने भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए स्वतंत्रता मांगी तब उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
उन्होंने सब छोड़कर संत अल्लामा प्रभु के आश्रम में जाने का फैसला किया। महादेवी को इस यात्रा में बहुत सारी परेशानियाँ हुईं। उन्हें कई महीनों तक पैदल चलना पड़ा। वह लोगों से माँगकर खाना खाती उन्हें आराम करने के लिए कोई सुरक्षित जगह भी नहीं मिलती।
