गणेश जी ज्ञान के देवता क्यों हैं? (Why Ganesha Became the God of Wisdom? in Hindi)
- myNachiketa
- 7 hours ago
- 4 min read

क्या आपने कभी सोचा है कि गणेश जी को ज्ञान का देवता क्यों कहा जाता है? गणेश जी साधारण देवता नहीं हैं, वे हमें सोचने, समस्याएँ हल करने और ज्ञान पाने में मदद करते हैं। जैसे एक बुद्धिमान गुरु अपने शिष्य को सही तरह से समझाकर ज्ञान देता है, वैसे ही गणेश जी हमें सही राह पर चलना सिखाते हैं। तो आओ, जानें कि गणेश जी को ज्ञान का देवता क्यों कहा जाता है!
myNachiketa प्रस्तुत करता है – “गणेश जी ज्ञान के देवता क्यों हैं?” बच्चों के पढ़ने और सीखने के लिए। इस लेख से बच्चे समझ सकते हैं कि समझदारी से सोचना, ध्यान से सुनना, बड़ों का आदर करना और समस्याओं का हल सूझ-बूझ से निकालना कितना ज़रूरी है – ठीक वैसे ही जैसे गणेश जी करते हैं।
हाथी का सिर – ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक
आइए, गणेश जी की सबसे खास बात से शुरू करें – उनका हाथी जैसा सिर! सोचो, अगर आपके पास हाथी जैसे बड़े और तेज़ कान हों, तो आप सब कुछ ध्यान से सुन पाओगे। गणेश जी का हाथी सिर ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है। जैसे हाथी घने जंगल में भी रास्ता बना लेता है, वैसे ही गणेश जी हमें कठिनाइयों से बाहर निकालकर हर बात का सच्चा अर्थ समझने में मदद करते हैं।
गणेश जी का बड़ा पेट – जीवन के सबक समझने का प्रतीक
भगवान गणेश हमें यह भी सिखाते हैं कि जीवन का असली मतलब है अपने अनुभवों से सीखना। उनका बड़ा पेट इस बात का प्रतीक है कि वे वर्षों से अर्जित ज्ञान से भरे हुए हैं। इसे ऐसे समझो जैसे आपका स्कूल बैग किताबों से भरा हो—जितना ज्यादा ज्ञान होगा, उतनी ही अच्छी तैयारी जीवन की चुनौतियों के लिए होगी!
बुद्धि के प्रतीक
भगवान गणेश के कुछ पवित्र चिह्न हमें ज़रूरी बातें सिखाते हैं, जैसे कि–

पाश (फंदा): पाश यानी फंदा एक रस्सी का घेरा होता है। गणेश जी के हाथ में यह हमें सिखाता है कि ज़िंदगी में ज़रूरी बातों को पकड़कर रखना चाहिए। इसका मतलब है बुरी आदतों और अज्ञान से दूर रहना और अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना। यह हमें याद दिलाता है कि क्या करना चाहिए और किससे बचना चाहिए, ताकि हम समझदारी और शांति से जीवन जी सकें। जैसे रस्सी किसी खोए हुए जानवर को घर तक ले आती है, वैसे ही गणेश जी हमें सच्चाई और ज्ञान की ओर ले जाते हैं।
अंकुश (गॉड): अंकुश एक ऐसा औज़ार है जिसका उपयोग हाथी को सही दिशा में चलाने के लिए किया जाता है। गणेश जी के हाथ में यह अंकुश हमारे मन को मार्गदर्शन देने का प्रतीक है। जैसे महावत (हाथी चलाने वाला) अंकुश से हाथी को सही रास्ते पर ले जाता है, वैसे ही गणेश जी का अंकुश हमें अपने विचारों को नियंत्रित करने, गलत सोच को दूर करने और सत्य व ज्ञान के मार्ग पर चलने की याद दिलाता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि जब हम जीवन में रुक जाएँ तो हमें आगे बढ़ने की शक्ति गणेश जी ही देते हैं।
टूटा हुआ दाँत: गणेश जी ने साहसपूर्वक अपना एक दाँत तोड़कर महाभारत लिखी! यह त्याग और ज्ञान की तलाश का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कभी-कभी हमें कुछ छोड़ना पड़ता है और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।.
गणेश जी और सीखें

भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है, क्योंकि वे लोगों को सोचने, अच्छे निर्णय लेने और नई बातें सीखने में मदद करते हैं। हिंदू धर्म की कहानियाँ उनकी चतुराई दिखाती हैं, जैसे उस समय जब उन्होंने अपने भाई कार्तिकेय के साथ दौड़ में जीत हासिल की थी।
प्रसिद्ध कहानी में, जब यह घोषणा हुई कि कौन सबसे तेज़ पूरी दुनिया का चक्कर लगाएगा, तो कार्तिकेय तुरंत अपने मोर पर सवार होकर निकल पड़े। वे पहाड़ों, नदियों और समुद्रों के ऊपर से उड़ते हुए, पूरी धरती के हर कोने में पहुँचे ताकि यह दौड़ जीत सकें।
गणेश जी उधर ही रुके, थोड़ी देर सोचा, और फिर अपने माता-पिता, भगवान शिव और माता पार्वती के चारों ओर घूम गए। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ही उनकी पूरी दुनिया हैं। इस समझदारी भरे विचार ने उन्हें दौड़ का विजेता बना दिया।

ज्ञान-विवेक का महोत्सव
हर साल हम गणेश चतुर्थी मनाते हैं, जो ज्ञान और सीखने-समझने के महत्व का पर्व है। यह समय हमें याद दिलाता है कि हमें गणेश जी का आशीर्वाद लेना चाहिए और जो भी काम करें उसमें पूरी मेहनत करनी चाहिए। जैसे एक माली पौधे को प्यार और देखभाल से बड़ा करता है, वैसे ही हमें भी अपने मन को ज्ञान से सींचना चाहिए ताकि हम जीवन में आगे बढ़ सकें।

हमारे जीवन में गणेश जी की शिक्षाएँ
हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में गणेश जी की शिक्षाओं को कैसे अपनाएँ?
सुनना: जैसे गणेश जी के बड़े कान सबकी बात सुनते हैं, वैसे ही हमें अपने शिक्षकों और दोस्तों की बातें ध्यान से सुननी चाहिए।
असफलता से सीखना: अगर हम गिर जाएँ या गलती करें, तो गणेश जी के टूटे हुए दाँत को याद करें; हर असफलता हमें एक नया सबक सिखाती है!
लक्ष्य पर ध्यान देना: जब ध्यान भटकता है, तो गणेश जी को याद करो। वे हमें रास्ता दिखाते हैं ताकि हम पढ़ाई पर पूरी तरह ध्यान लगा सकें।
इन आसान तरीकों को अपनाकर हम हर दिन अपने जीवन में थोड़ा-सा गणेश जी का ज्ञान ला सकते हैं।
ॐ नमो सिद्धि विनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्नप्रशमनाय
सर्वार्जयवश्याकर्नाय सर्वजन सर्वस्त्री पुरुष आकर्षणाय
श्रीं ॐ स्वाहा॥
Om Namo Siddhi Vinayakaya Sarva kaarya kartrey Sarva vighna prashamnay
Sarvarjaya Vashyakarnaya Sarvajan Sarvastree Purush Aakarshanaya
Shreeng Om Swaha
मैं सिद्धि विनायक (गणेश जी) को प्रणाम करता हूँ, जो सफलता देते हैं, हर काम पूरा करते हैं और हर बाधा को दूर करते हैं। वे विजय दिलाते हैं, अच्छा प्रभाव डालते हैं और स्त्री-पुरुष सभी को एक सामान स्नेह और प्रेम देते हैं।
इन विचारों को और गहराई से समझने के लिए हमारी किताबें पढ़ें।

More such blogs
Resources
Comments