बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानियाँ (Short Moral Value Stories for Children in Hindi)
- myNachiketa
- 2 days ago
- 3 min read

वेदों और उपनिषदों पर आधारित, यह रोचक कहानियाँ बच्चों को आनंद के सागर में गोते लगवाने के साथ-साथ ज्ञान के मोती भी देंगी। यह छोटी-छोटी कहानियों बच्चों के मन से जुड़े सवालों के जवाब देती हैं और उन्हें सच की राह पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।
myNachiketa प्रस्तुत करता है बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानियाँ, जिन्हें पढ़कर बच्चे अच्छी सीख को जीवन में अपना सकते हैं।
भूमि एक समझदार बच्ची थी, लेकिन बुरे दोस्तों के साथ रहकर उसने झूठ बोलना और गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उसका बर्ताव सबको परेशान करने लगा। एक दिन वह परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ी गई और उसे सबके सामने शर्मिंदा होना पड़ा। क्या भूमि को अपनी गलती का एहसास हुआ...
मेघा और उसके दोस्त समर कैम्प में एक मज़ेदार और अनोखा खेल खेलते हैं --- “सच का खेल”। हर लेवल में सच बोलने से ही अगले लेवल का रास्ता खुलता है।
पहले लेवल में मेघा को अपनी गलती माननी थी, और दूसरे लेवल में खेल में की गई बेईमानी स्वीकार करनी थी। तीसरे लेवल में उसे अपने डर के बारे में सच बोलना था। क्या मेघा खेल के सभी लेवल को पार कर पाई? जानने के लिए पढ़ें पूरी कहानी...
भगवान की खोज | बच्चों के लिए गीता और उपनिषदों का ज्ञान | श्लोक और मंत्र | 9 वर्ष और उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए
एक गुरुकुल में शिष्यों ने अपने गुरु से पूछा कि हमें सोचने, बोलने और देखने की शक्ति कौन देता है। गुरु समझाते हैं कि यह शक्ति ब्रह्म की है, जो सबमें छिपी हुई है। उन्होंने ब्रह्म की शक्ति के बारे में गहराई से समझाने के लिए, बच्चों को देवताओं और ब्रह्म की एक रोचक और शिक्षाप्रद कहानी सुनाई। आखिर गुरु ने कौन-सी कहानी सुनाई? जाने के लिए पढ़ें पूरी कहानी...
पाँच बड़े ऋषि आत्मा और ब्रह्म के रहस्य को जानने के लिए राजा अश्वपति के पास गए। हर ऋषि किसी-न-किसी चीज़—जैसे आकाश, जल, वायु या सूर्य—को आत्मा मानकर ध्यान करता था, लेकिन असली सच को नहीं जान पा रहे थे। राजा ने उन्हें समझाया कि जैसे शरीर के सारे अंग मिलकर ही मनुष्य बनाते हैं, वैसे ही सभी तत्व मिलकर ही आत्मा का पूरा सच दिखाते हैं।
पाँचों ऋषि राजा से इस ज्ञान को पाकर, सच तक पहुँचने की यात्रा पर निकल पड़े …
एक व्यापारी अपने तीन ऊँटों के साथ रात को सराय में रुका। उसके पास तीनों को बाँधने के लिए रस्सी नहीं थी, केवल दो ही ऊँट बाँध पाया। एक साधु ने तीसरे ऊँट को बाँधने का उपाय सुझाया—आखिर क्या था वह उपाय? क्या व्यापारी ऊँट को बाँध पाया? जानने के लिए पढ़ें आगे की कहानी...
ऐसी और अद्भुत और प्रेरणादायक कहानियों के लिए myNachiketa की किताबें खरीदें।
More such stories
Resources
Comments